THE BAGLAMUKHI MANTRA DIARIES

The baglamukhi mantra Diaries

The baglamukhi mantra Diaries

Blog Article

मंत्र- सिद्ध करने की विधि – साधना में जरूरी श्री बगलामुखी का पूजन यंत्र चने की दाल से बनाया जाता है। – अगर सक्षम हो तो ताम्रपत्र या चांदी के पत्र पर इसे अंकित करवाए। – बगलामुखी यंत्र एवं इसकी संपूर्ण साधना यहां देना संभव नहीं है। किंतु आवश्‍यक मंत्र को संक्षिप्त में दिया जा रहा है ताकि जब साधक मंत्र संपन्न करें तब उसे सुविधा रहे।

भक्त के अपने परिवार के साथ संबंध अच्छे बनते हैं।

अस्य : श्री ब्रह्मास्त्र-विद्या बगलामुख्या नारद ऋषये नम: शिरसि। 

It’s well-known that Bangalamukhi Mantra is thought to obtain miraculous powers and can help to ensure victory more than enemies. If any one is struggling with any troubles inside their lifetime because of selected individuals or other forces can undoubtedly use this mantra for reduction. Moreover, it’s also believed that recitation of the mantra just before any essential function will let you deal with it a lot more correctly and the outcome seems to be far more constructive.

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं फट



माहात्म्य- सतयुग में एक समय भीषण तूफान उठा। इसके परिणामों से चिंतित हो भगवान विष्णु ने तप करने की ठानी। उन्होंने सौराष्‍ट्र प्रदेश में हरिद्रा नामक सरोवर के किनारे कठोर तप किया। इसी तप के फलस्वरूप सरोवर में से भगवती बगलामुखी का अवतरण हुआ। हरिद्रा यानी हल्दी होता है। अत: माँ बगलामुखी के वस्त्र एवं पूजन सामग्री सभी पीले रंग के होते हैं। बगलामुखी मंत्र के जप के लिए भी हल्दी की माला का प्रयोग होता है। 

दिल्ली की राजनीति में हाल ही में एक more info नया अध्याय जुड़ा है, जिसमें आस्था और सत्ता का संगम

अर्थ - बगलामुखी बीज ध्वनियों का प्रयोग मंत्र में किया गया है। इसमें शत्रुओं की विषैली जीभ, पैर और बुद्धि को स्थिर करके उन्हें शक्तिहीन करने के लिए देवी की पूजा की जाती है। एक बार उनकी गतिविधियों में बाधा डालने के बाद वे कभी भी आपके खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे।



रात १० बजे से सुबह ४ बजे के बीच मंत्र जाप करें.

The one who is performing black magic on you will not achieve his intentions and you’re sure to arise out of the expertise unscratched. 



ॐ ह्ल्रीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं  मुखं पदं स्तंभय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्ल्रीं ॐ स्वाहा॥

Report this page